रायपुर : विधानसभा की कार्यवाही से आमजनों को अवगत कराने में संसदीय पत्रकार निभाते हैं बड़ी भूमिका : मुख्यमंत्री श्री साय

रायपुर : विधानसभा की कार्यवाही से आमजनों को अवगत कराने में संसदीय पत्रकार निभाते हैं बड़ी भूमिका : मुख्यमंत्री श्री साय

छत्तीसगढ़ के 25 वर्षों की स्वर्णिम यात्रा में संसदीय पत्रकारों का योगदान अतुलनीय : विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह

मुख्यमंत्री श्री साय संसदीय पत्रकारिता विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में हुए शामिल

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज विधानसभा परिसर के प्रेक्षागृह में संसदीय रिपोर्टिंग विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ राज्य और विधानसभा के रजत जयंती वर्ष की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश विधानसभा ने भी 25 वर्षों की गौरवमयी यात्रा पूरी की है और लोकतांत्रिक मूल्यों को सुदृढ़ किया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि हाल ही में विधायकों के लिए भी कार्यशालाओं का आयोजन किया गया था, जिसका लाभ हमारे सदस्यों को मिला है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में अनेक नवनिर्वाचित विधायक भी हैं, जिनकी यह जिम्मेदारी है कि वे अपने क्षेत्र की समस्याओं को सदन में उठाएं। इसी तरह पत्रकारों की भी अहम भूमिका है, जो विधानसभा की गतिविधियों को जनता तक पहुंचाते हैं। उन्होंने कहा कि आप सभी पत्रकार बंधु बड़ी मेहनत से विधानसभा की कार्यवाही को कवर करते हैं, जिससे आमजन यह जान पाते हैं कि विधायकों द्वारा उनके मुद्दों को गंभीरता से उठाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ विधानसभा द्वारा उत्कृष्ट पत्रकारों को सम्मानित करने की परंपरा को भी सराहा और कहा कि इससे पत्रकारों का मनोबल बढ़ता है तथा संसदीय रिपोर्टिंग को प्रोत्साहन मिलता है। उन्होंने विश्वास जताया कि यह कार्यशाला पत्रकारों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी और इसके माध्यम से विधानसभा की गतिविधियां और अधिक प्रभावी रूप से जनता तक पहुंचेंगी।

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने अपने संबोधन में संसदीय पत्रकारिता की महत्ता बताते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की 25 वर्षों की स्वर्णिम यात्रा में पत्रकारों का योगदान अतुलनीय रहा है। उन्होंने कहा कि संसदीय पत्रकारिता अत्यंत संवेदनशील दायित्व है, जो सदन की गोपनीयता, अनुशासन और गरिमा को बनाए रखते हुए जनता तक सटीक एवं निष्पक्ष जानकारी पहुंचाने का कार्य करती है। डॉ. सिंह ने कहा कि पत्रकार जब पक्ष–विपक्ष से परे रहकर निष्पक्ष रूप से विधानसभा की कार्यवाही का अवलोकन करते हैं और उसे प्रस्तुत करते हैं, तब लोकतंत्र मजबूत होता है। उन्होंने कहा कि संसदीय प्रणाली की गहरी समझ से ही पत्रकार बेहतर ढंग से जनता को विधानसभा की गतिविधियों से अवगत करा सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि संसदीय पत्रकारिता में विशेष रूप से विधानसभा की प्रक्रिया से जुड़े समाचारों को सरल भाषा में प्रस्तुत करना आवश्यक है, ताकि आमजन तक वे प्रभावी ढंग से पहुंच सकें। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सिंह ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ एवं दिवंगत पत्रकारों का पुण्य स्मरण करते हुए कहा कि प्रदेश की पत्रकारिता परंपरा ने सदैव विधानसभा की गरिमा बनाए रखने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

कार्यशाला में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने पत्रकारों की भूमिका को नारद मुनि की परंपरा से जोड़ते हुए कहा कि पत्रकार समयबद्धता और सजगता के साथ लोकतंत्र के संवाहक होते हैं। डॉ. महंत ने कहा कि इस कार्यशाला के माध्यम से सभी को कुछ नया सीखने का अवसर मिलेगा और संसदीय पत्रकारिता को समझने का दायरा और व्यापक होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह आयोजन उपयोगी सिद्ध होगा और पत्रकारों के कार्य को नई दिशा देगा। उन्होंने अपनी लंबी संसदीय यात्रा का स्मरण करते हुए कहा कि इस दौरान पत्रकारों के साथ बिताए गए समय और अनुभव अत्यंत मूल्यवान रहे हैं। उन्होंने पत्रकारों की सजगता, सटीकता और संवेदनशीलता की सराहना की, जो वर्षों से संसदीय गतिविधियों को जनता तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

इस अवसर पर संसदीय कार्य मंत्री श्री केदार कश्यप, विधानसभा के सचिव श्री दिनेश शर्मा, आईआईएमसी के पूर्व महानिदेशक श्री संजय द्विवेदी सहित बड़ी संख्या में पत्रकार उपस्थित थे।

 

रायपुर : छत्तीसगढ़ में वैकल्पिक उर्वरकों की कोई कमी नही   

रायपुर : छत्तीसगढ़ में वैकल्पिक उर्वरकों की कोई कमी नही

सहकारी समितियों में एक लाख बॉटल नैनो डीएपी का किया जा रहा भंडारण

डी.ए.पी. की कमी को पूरा करने छत्तीसगढ़ सरकार की प्रभावी पहल

राज्य में खरीफ सीजन 2025 के दौरान विभिन्न प्रकार के रासायनिक उर्वरकों की मांग को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने समय रहते न सिर्फ इसकी ठोस व्यवस्था सुनिश्चित की बल्कि रासायनिक उर्वरकों की आपूर्ति भंडारण एवं वितरण व्यवस्था पर भी लगातार निगरानी रख रही है, जिसके चलते राज्य में रासायनिक उर्वरकों के भण्डरण एवं उठाव की स्थिति बेहतर बनी हुई है। डी.ए.पी. की कमी को पूरा करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने एन.पी.के., सुपर फास्फेट और नेनो डी.ए.पी. जैसे वैकल्पिक उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित कर किसानों के हितों का ध्यान रखा है। छत्तीसगढ़ में अब तक विभिन्न प्रकार के 12.27 लाख मीट्रिक टन उर्वरकों का भंडारण कर लिया गया है, जिससे खरीफ सीजन में किसानों को समय पर पर्याप्त उर्वरक उपलब्ध हो सकें।

छत्तीसगढ़ राज्य में खरीफ 2025 में पूर्व में कुल 14.62 लाख मीट्रिक टन उर्वरक वितरण का लक्ष्य निर्धारित था। इसमें यूरिया 7.12 लाख, डी.ए.पी. 3.10 लाख, एन.पी.के. 1.80 लाख, पोटाश 60 हजार तथा सुपर फास्फेट 2 लाख मीट्रिक टन शामिल हैं। वर्तमान में कुल 12.27 लाख मीट्रिक टन उर्वरक का भंडारण किया जा चुका है। डीएपी की आपूर्ति में कमी के चलते उर्वरक वितरण के लक्ष्य को संशोधित कर अन्य वैकल्पिक उर्वरकों जैसे- एनपीके, एसएसपी के लक्ष्य में 4.62 लाख मीट्रिक टन की उल्लेखनीय वृद्धि की है, जिसके चलते खरीफ सीजन 2025 में विभिन्न प्रकार के रासायनिक उर्वरकों की वितरण का लक्ष्य 17.18 लाख मीट्रिक टन हो गया है।

राज्य में अब तक 5.63 लाख मीट्रिक टन यूरिया का भंडारण एवं 3.76 लाख मीट्रिक टन का वितरण किया गया है। किसानों को अभी 1.86 लाख मीट्रिक टन यूरिया वितरण हेतु उपलब्ध है। यहां यह उल्लेखनीय है कि यूरिया का उपयोग धान फसल में तीन बार किया जाता है। पहली बार बुवाई अथवा रोपाई के समय कुल अनुशंसित मात्रा का 30 प्रतिशत, दूसरी बार 3 से 4 सप्ताह बाद कन्से निकलने के समय एवं तीसरी बार 7 से 8 सप्ताह बाद गभौट अवस्था में किया जाता है। इस प्रकार यूरिया का उपयोग बुवाई से लेकर सितंबर तक विभिन्न अवस्थाओं में किया जाना है, जिसके अनुरूप राज्य में यूरिया की चरणबद्ध आपूर्ति सुनिश्चित की गई है।

डी.ए.पी. के आयात में राष्ट्रीय स्तर पर कमी को देखते हुए राज्य शासन ने समय रहते वैकल्पिक उर्वरकों की दिशा में ठोस पहल की है, जिसके चलते एन.पी.के. को लक्ष्य बढ़ाकर 4.90 लाख तथा सुपर फास्फेट का 3.53 लाख मीट्रिक टन कर दिया गया। वर्तमान में एन.पी.के. 11 हजार एवं सुपर फास्फेट 54 हजार मीट्रिक टन, लक्ष्य से अधिक भंडारित है, जिससे 23 हजार 600 मीट्रिक टन डी.ए.पी. में उपलब्ध फॉस्फेट तत्व की पूर्ति होगी।

छत्तीसगढ़ राज्य को चालू माह जुलाई में आपूर्ति प्लान के अनुसार कुल 2.33 लाख मी. टन उर्वरक मिलेगी। जिसमें यूरिया 1.25 लाख, डी.ए.पी. 48,850, एन.पी.के. 34,380, पोटाश 10 हजार एवं सुपर फास्फेट 76 हजार मी. टन शामिल हैं। जुलाई के अंत तक डी.ए.पी. का कुल भंडारण 1.95 लाख मी. टन तक होने की उम्मीद है। राज्य में डी.ए.पी. की कमी से बचाव हेतु 25 हजार मी. टन सुपर फास्फेट एवं 40 हजार मी. टन एन.पी.के. के अतिरिक्त भंडारण का लक्ष्य तय किया गया है। साथ ही, नैनो डी.ए.पी. उर्वरक को बढ़ावा देने हेतु सहकारी क्षेत्र में एक लाख बाटल का भंडारण किया जा रहा है, जिससे 25 हजार मीट्रिक टन पारंपरिक डी.ए.पी. की आवश्यकता की पूर्ति होगी।

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा अप्रैल माह से ही वैकल्पिक उर्वरकों के प्रचार-प्रसार हेतु पोस्टर पैम्फलेट तैयार कर समस्त सहकारी समितियों एवं उपार्जन केन्द्रों में प्रदर्शित किए गए डीएपी, उर्वरक के स्थान पर अन्य वैकल्पिक उर्वरकों के उपयोग के बारे में किसानों को जानकारी दी गई। इसी कड़ी में कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा किसानों को विकसित कृषि संकल्प अभियान के दौरान एन.पी.के, सुपर फास्फेट एवं नेनो डी.ए.पी. के वैज्ञानिक उपयोग का प्रशिक्षण भी दिया। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा कुशल प्रबंधन कर खरीफ 2025 में उर्वरकों की निर्बाध आपूर्ति की जा रही है।

 

सरायपाली/ स्टॉप डैम में बहा युवक 48 घंटे बाद मिला शव / माफियाओं का सिंडिकेट सक्रिय ग्रामीण कर रहे है कार्यवाही की मांग?

सरायपाली/ स्टॉप डैम में बहा युवक 48 घंटे बाद मिला शव / माफियाओं का सिंडिकेट सक्रिय ग्रामीण कर रहे है कार्यवाही की मांग?स्टॉप डैम में बहा युवक 48 घंटे बाद मिला शव / लेकिन ग्रामीण किसको बता रहे है जिम्मेदार

स्टॉप डैम में बहा युवक 48 घंटे बाद मिला मिट्टी धंसने से लापता था, 3 किलोमीटर दूर मिला शव महासमुंद जिले के ग्राम रक्सा में स्टॉप डैम किनारे मिट्टी धंसने से एक युवक बह गया था, 40 घंटे बाद शोभाराम पांडेय का शव मिला है। मामला सिंघोड़ा थाना क्षेत्र का है। 3 जुलाई को घटना के बाद पुलिस ने SDRF की मदद से तलाश अभियान शुरू किया।

जब यह प्रयास सफल नहीं हुआ, तो अगले दिन भिलाई से NDRF की 33 सदस्यीय टीम को बुलाया गया। NDRF ने स्टॉप डैम का पानी डायवर्ट करने का प्रयास किया, लेकिन फिर भी कुछ नहीं मिला। 5 जुलाई की सुबह शोभाराम का शव घटनास्थल से 3 किलोमीटर दूर पानी में तैरता हुआ मिला।

स्टॉप डैम के किनारे सावधानी बरतने की सलाहNDRF की टीम ने ट्यूब की मदद से शव को किनारे तक लाया। पुलिस ने पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया है।

48 घंटे तक चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन में NDRF और स्थानीय प्रशासन की टीमें लगातार जुटी रहीं। यह घटना स्थानीय लोगों के लिए चेतावनी है कि स्टॉप डैम के किनारे सावधानी बरतनी चाहिए।

ग्रामीणों ने की कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों का कहना है कि अवैध रेत खनन के कारण नदी का कटाव बढ़ रहा है। मोहान घाट पर रेत माफियाओं का सिंडिकेट सक्रिय है। माफिया यहां कई महीनों से ट्रैक्टर मालिकों और मजदूरों के साथ मिलकर यह अवैध कारोबार चला रहे हैं, प्रशासन इस पर सख्ती से कार्रवाई करें।

कड़ी कार्रवाई की जाएगी: खनिज निरीक्षक

इस मामले पर खनिज निरीक्षक भूपेंद्र कुमार भक्त ने कहा कि 10 जून के बाद नदी से रेत खनन और परिवहन पूरी तरह प्रतिबंधित है। यदि कोई अवैध रूप से रेत निकाल रहा है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बलौदाबाजार/ शिवनाथ नदी में लगा दिया था छलांग रात्रि गस्त में तैनात थाना सिमगा पुलिस स्टाफ के सजग एवं सार्थक प्रयासों से एक व्यक्ति की बचाई गई जान!

बलौदाबाजार/ शिवनाथ नदी में लगा दिया था छलांग रात्रि गस्त में तैनात थाना सिमगा पुलिस स्टाफ के सजग एवं सार्थक प्रयासों से एक व्यक्ति की बचाई गई जान!

 

मानसिक रूप से परेशान व्यक्ति ने आत्महत्या करने के लिए शिवनाथ नदी में लगा दिया था छलांग थाना सिमगा पुलिस द्वारा आत्महत्या करने के लिए नदी में कूदने वाले एक व्यक्ति की बचाई गई जान
● रात्रि गस्त में तैनात थाना सिमगा पुलिस स्टाफ के सजग एवं सार्थक प्रयासों से एक व्यक्ति की बचाई गई जान
● ग्राम रानीजरौद निवासी एक व्यक्ति द्वारा मानसिक रूप से परेशान होकर आत्महत्या करने के लिए शिवनाथ नदी में लगा दिया था छलांग
● पुलिस स्टाफ द्वारा सिमगा नगरवासियों के अमूल्य सहयोग से व्यक्ति को डूबने से बचाया गया

थाना सिमगा पुलिस द्वारा क्षेत्र अंतर्गत शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के सांथ ही असमाजिक तत्वों पर भी कार्रवाई लगातार जारी है। इसके साथ ही रात्रि गस्त के दौरान भी अत्यंत सजग रहकर रात्रि गस्त पेट्रोलिंग ड्यूटी भी लगातार संपादित किया जा रहा है। इसी क्रम में कल दिनांक 03.07.2025 की रात्रि, गस्त में तैनात थाना सिमगा पुलिस स्टाफ को सूचना मिली कि एक व्यक्ति बेमेतरा पुल शिवनाथ नदी से आत्महत्या करने के लिए नदी में छलांग लगाने वाला है। कि सूचना पर रात्रि गस्त में तैनात सहायक उप निरीक्षक विष्णु टंडन, प्रधान आरक्षक प्रदीप शुक्ला, आरक्षक चंद्रिका वर्मा, देवप्रसाद पैकरा, संजय कुमार ध्रुव एवं किशोर मरकाम की टीम तत्काल बेमेतरा रोड शिवनाथ नदी पुल पहुंची। इस दौरान उक्त व्यक्ति आत्महत्या करने के लिए नदी में छलांग लगा चुका था।

तत्पश्चात पुलिस स्टाफ द्वारा एक क्षण भी गंवाए बिना, आसपास उपस्थित सिमगा नगर वासियों के सहयोग से आत्महत्या करने हेतु नदी में कूद गए उक्त व्यक्ति को बाहर निकाला गया। इस दौरान उक्त व्यक्ति बदहवास सा हो गया था तथा बार-बार आत्महत्या करने के लिए जोर आजमाइश कर रहा था। उक्त व्यक्ति मानसिक रूप से बहुत परेशान सा लग रहा था। इसी बीच मौके पर श्रीमती निधि नाग एसडीओपी बलौदाबाजार भी पहुंची। मौके पर ही श्रीमती निधि नाग एवं रात्रि गस्त में तैनात पुलिस स्टाफ द्वारा सर्वप्रथम उक्त व्यक्ति को समझा बूझकर शांत कराया* गया तथा उसे आवश्यक समझाइश दिया गया। पुलिस स्टाफ के बार-बार समझाने के उपरांत उक्त व्यक्ति शांत हुआ एवं अपने घर वापस जाने के लिए भी तैयार हुआ।

इसके पश्चात पुलिस स्टाफ द्वारा उक्त व्यक्ति को उसके निवास स्थान ग्राम रानीजरौद जाकर सकुशल उसके घर छोड़ गया। संपूर्ण घटना क्रम में उक्त व्यक्ति की जान बचाने में सिमगा नगरवासियों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा, जिसमें सोनू निषाद जस्सू साहू, रामकृष्ण साहू, सुशील यादव सभी निवासी सिमगा नगर द्वारा उक्त व्यक्ति की जीवन रक्षा में भी पुलिस स्टाफ के साथ अपना अमूल्य योगदान दिया।

युवक ने फेसबुक पर कमेंट कर पूछा खराब सड़क की शिकायत किस से करें, मंत्री ने दे दिया भूपेश बघेल का नंबर, कहा -‘/ पूर्व CM भूपेश बघेल ने किया पलटवार

छत्तीसगढ़ | युवक ने फेसबुक पर कमेंट कर पूछा खराब सड़क की शिकायत किस से करें, मंत्री ने दे दिया भूपेश बघेल का नंबर, कहा -‘ये इन्हीं की देन है’
युवक ने फेसबुक पर कमेंट कर पूछा खराब सड़क की शिकायत किस से करें, मंत्री ने दे दिया भूपेश बघेल का नंबर, कहा -‘ये इन्हीं की देन है’

छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा की एक पोस्ट पर यूजर ने कमेंट कर पूछा कि खराब सड़क की शिकायत किस से करें, जिस पर उन्होंने पूर्व CM भूपेश बघेल का नंबर देते हुए लिखा दिया कि उनकी देन है. अब इसे लेकर प्रदेश में सियासत गरमा गई है.

CG Politics: छत्तीसगढ़ में एक फोन नंबर को लेकर सियासत तेज हो गई है. प्रदेश के डिप्टी CM एवं गृह मंत्री विजय शर्मा और पूर्व CM भूपेश बघेल आमने-सामने आ गए हैं. नंबर को लेकर यह सियासत एक सोशल मीडिया पोस्टर पर के कमेंट से शुरू हुई. यूजर के सवाल पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने रिप्लाई करते हुए भूपेश बघेल पर तंज कसा तो पलटवार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने तीखा हमला बोल दिया. जानें क्या है पूरा मामला-

नंबर पर सियासत
छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक पोस्ट की. इस पोस्ट में उन्होंने टोल फ्री नंबर लिखते हुए जनता से अपील की कि अगर उनके आसपास किसी भी घुसपैठिए की जानकारी हो तो वह टोल फ्री नंबर पर जानकारी दें. उन्होंने लिखा- ‘1800 233 1905 घुसपैठियों की – सिर्फ चर्चा न हो… यदि जानकारी है तो इस नंबर पर उपलब्ध अवश्य करवाएं.’

 

छत्तीसगढ़ | युवक ने फेसबुक पर कमेंट कर पूछा खराब सड़क की शिकायत किस से करें, मंत्री ने दे दिया भूपेश बघेल का नंबर, कहा -‘ये इन्हीं की देन है’
युवक ने फेसबुक पर कमेंट कर पूछा खराब सड़क की शिकायत किस से करें, मंत्री ने दे दिया भूपेश बघेल का नंबर, कहा -‘ये इन्हीं की देन है’
CG Politics: छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा की एक पोस्ट पर यूजर ने कमेंट कर पूछा कि खराब सड़क की शिकायत किस से करें, जिस पर उन्होंने पूर्व CM भूपेश बघेल का नंबर देते हुए लिखा दिया कि उनकी देन है. अब इसे लेकर प्रदेश में सियासत गरमा गई है.

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गृह मंत्री और पूर्व CM आमने-सामने

छत्तीसगढ़ में एक फोन नंबर को लेकर सियासत तेज हो गई है. प्रदेश के डिप्टी CM एवं गृह मंत्री विजय शर्मा और पूर्व CM भूपेश बघेल आमने-सामने आ गए हैं. नंबर को लेकर यह सियासत एक सोशल मीडिया पोस्टर पर के कमेंट से शुरू हुई. यूजर के सवाल पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने रिप्लाई करते हुए भूपेश बघेल पर तंज कसा तो पलटवार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने तीखा हमला बोल दिया. जानें क्या है पूरा मामला-

नंबर पर सियासत
छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक पोस्ट की. इस पोस्ट में उन्होंने टोल फ्री नंबर लिखते हुए जनता से अपील की कि अगर उनके आसपास किसी भी घुसपैठिए की जानकारी हो तो वह टोल फ्री नंबर पर जानकारी दें. उन्होंने लिखा- ‘1800 233 1905 घुसपैठियों की – सिर्फ चर्चा न हो… यदि जानकारी है तो इस नंबर पर उपलब्ध अवश्य करवाएं.’

यूजर ने किया कमेंट
डिप्टी CM विजय शर्मा की इस पोस्ट पर एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा- ‘यदि रोड खराब हो, सड़क-रोड न होकर दलदल बन जाए तो कहां सूचना देना है मंत्री महोदय जी?’

इस पोस्ट पर रिप्लाई करते हुए विजय शर्मा ने लिखा- ‘94252 36333 इस नंबर पर क्यूंकि ये इन्ही की दें है.’ इसके जरिए डिप्टी CM विजय शर्मा ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर तंज कसा.

भूपेश बघेल का पलटवार
डिप्टी CM विजय शर्मा की इस पोस्ट पर अब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार किया है. उन्होंने पलटवार करते हुए लिखा- ‘कुर्सी है तुम्हारा ये जनाजा तो नहीं है, कुछ कर नहीं सकते तो उतर क्यों नहीं जाते… कमाल है विजय शर्मा जी ! आपके अधिकारी घुसपैठिए नहीं ढूंढ़ पा रहे हैं तो आपको जनता के पास जाना पड़ रहा है. सड़कों की दुर्गति ठीक करने के लिए आप मेरा नंबर लोगों को बांट रहे हैं. अपने बूते का नहीं लग रहा है तो छोड़िए उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री का पद. बल्कि पूरी भाजपा सरकार को इस्तीफा देना चाहिए. जनता को ही संभालना है और हमें ही देखना है तो हम जनता के साथ देख लेंगे. आप दफा हो जाइए.’

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और गृह मंत्री विजय शर्मा के इस सोशल वॉर को लेकर प्रदेश में सियासत भी गरमा गई है.

रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में लिया गया बड़ा निर्णय : उद्योग विभाग को सौंपा जाएगा जशप्योर का ट्रेडमार्क

रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में लिया गया बड़ा निर्णय : उद्योग विभाग को सौंपा जाएगा जशप्योर का ट्रेडमार्क

 

जशप्योर बनेगा ग्लोबल ब्रांड – जशपुर से निकलकर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुँच का मार्ग प्रशस्त

छत्तीसगढ़ के दूरस्थ अंचल जशपुर की आदिवासी महिलाओं के समूह द्वारा प्राकृतिक वनोपज का प्रसंस्करण कर तैयार की गई विभिन्न प्रकार की खाद्य सामग्रियों का ब्रांड जशप्योर अब जशपुर और छत्तीसगढ़ की सीमाओं से बाहर निकलकर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कदमताल करने को तैयार है।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के वोकल फॉर लोकल अभियान को आत्मसात करते हुए एक अहम निर्णय लिया गया है जिसके तहत जशपुर जिले की महत्वाकांक्षी महिला केंद्रित ब्रांड जशप्योर का ट्रेडमार्क अब उद्योग विभाग को हस्तांतरित किया जाएगा। यह ऐतिहासिक निर्णय जशप्योर को व्यापक उत्पादन, संस्थागत ब्रांडिंग और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुँच दिलाने की दिशा में एक बड़ा और निर्णायक कदम है।

जशप्योर – परंपरा को उद्यमिता से जोड़कर खोली उन्नति की राह

जशप्योर ब्रांड महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने वाला उपक्रम है, जिसे जशपुर जिले की आदिवासी महिलाओं द्वारा संचालित किया जाता है। इसका उद्देश्य प्राकृतिक, पोषणयुक्त और रसायनमुक्त खाद्य उत्पादों का निर्माण करते हुए स्थानीय समुदायों को रोजगार उपलब्ध कराना और सतत विकास को बढ़ावा देना है।

इस ब्रांड का लक्ष्य छत्तीसगढ़ की समृद्ध कृषि और वनोपज का प्रसंस्करण कर खाद्य उत्पादों के रूप में तैयार करना तथा रोजगार से जोड़ते हुए व्यावसायिक स्तर पर इन्हें व्यापक पहचान दिलाना है।

जशप्योर के उत्पादों की मुख्य विशेषता यह है कि ये पूरी तरह से प्राकृतिक हैं। इनमें किसी भी प्रकार के प्रिज़र्वेटिव, रंग या कृत्रिम स्वाद का उपयोग नहीं किया जाता और ये सस्टेनेबल पैकेजिंग में उपलब्ध हैं। जशप्योर केवल एक ब्रांड नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ी माटी की महक, आदिवासी बहनों की मेहनत और आत्मनिर्भर छत्तीसगढ़ का प्रतीक बन चुका है।

जशप्योर के उत्पाद बना रहे हैं अपनी अलग पहचान

जशप्योर द्वारा महुआ और अन्य वनोपज को शामिल करते हुए कई प्रकार के पारंपरिक और स्वास्थ्यवर्धक उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। इनमें महुआ आधारित उत्पाद जैसे महुआ नेक्टर, महुआ वन्यप्राश, महुआ कुकीज़, रागी महुआ लड्डू, महुआ कैंडी और महुआ नेक्टर कोकोआ शामिल हैं। इसके अलावा, ढेकी कूटा जवा फूल चावल, मिलेट आधारित पास्ता और कोदो, कुटकी, रागी तथा टाऊ से बने विभिन्न उत्पाद भी पूरे भारत में अपनी पहचान बना रहे हैं।

महिला उद्यमिता को मिल रहा बढ़ावा

जशप्योर ब्रांड का उद्देश्य केवल व्यापार नहीं है, बल्कि यह आदिवासी महिलाओं के सशक्तिकरण और उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने का एक सशक्त प्रयास भी है। इस ब्रांड के माध्यम से महिलाओं को रोजगार का अवसर मिला है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुई है और वे आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसर हुई हैं।

जशप्योर द्वारा निर्मित हर उत्पाद आदिवासी महिलाओं की मेहनत और समर्पण का प्रतीक है। ये उत्पाद देशभर के विभिन्न स्टोर्स पर उपलब्ध हैं, जो ब्रांड की व्यापक पहुँच का प्रमाण हैं।

जशप्योर के सभी उत्पाद पूर्णतः प्राकृतिक हैं। इनमें किसी भी प्रकार के प्रिज़र्वेटिव, कृत्रिम रंग या स्वाद का उपयोग नहीं किया जाता। यह उत्पाद श्रृंखला न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि पोषण से भरपूर और पर्यावरण-संवेदनशील पैकेजिंग में उपलब्ध है।

जशप्योर के प्रमुख उत्पादों में महुआ नेक्टर, महुआ वन्यप्राश, रागी महुआ लड्डू, महुआ कुकीज़, महुआ कोकोआ ड्रिंक, कोदो, कुटकी, रागी आधारित पास्ता और ढेकी कूटा चावल शामिल हैं।

जशप्योर की सबसे खास बात इसकी महिला प्रधान कार्यशक्ति है। यहां 90 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी आदिवासी महिलाएं हैं, जो उत्पादन से लेकर पैकेजिंग तक हर स्तर पर सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। इस मंच के माध्यम से ये महिलाएं न केवल आत्मनिर्भर बन रही हैं, बल्कि परंपरागत ज्ञान और तकनीकों को आधुनिक बाजार में प्रस्तुत करने में भी सक्षम हो रही हैं।

वर्ल्ड फूड इंडिया 2024 में मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया

20 सितंबर 2024 को नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित वर्ल्ड फूड इंडिया 2024 में जशप्योर का स्टॉल सभी के आकर्षण का केंद्र बना रहा। स्वस्थ जीवनशैली अपनाने वाले उपभोक्ताओं, पोषण विशेषज्ञों और उद्यमियों ने विशेष रुचि के साथ महुआ और मिलेट से बने उत्पादों की सराहना की। इन उत्पादों में कोई एडिटिव, प्रिज़र्वेटिव या स्टेबलाइजर नहीं है, जिससे ये पूरी तरह से प्राकृतिक, सुरक्षित और पोषणयुक्त हैं।

रेयर प्लेनेट के साथ ऐतिहासिक समझौता

जशप्योर की पहुँच अब देशभर के प्रमुख एयरपोर्ट स्टोर्स तक होगी। रेयर प्लेनेट के साथ हुए समझौते के तहत पहले चरण में पाँच एयरपोर्ट्स पर महुआ और अन्य उत्पादों की बिक्री शुरू की जा रही है। यह पहल जशप्योर को राष्ट्रीय उपभोक्ताओं से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस एमओयू पर हस्ताक्षर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा ऑनलाइन माध्यम से किए गए, जो राज्य के स्थानीय उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

जशप्योर – लोकल टू ग्लोबल की राह पर अग्रसर

जशप्योर से जुड़े जशपुर जिले के युवा वैज्ञानिक श्री समर्थ जैन ने बताया कि जिला प्रशासन और छत्तीसगढ़ शासन के प्रयासों से “महुआ को अब केवल शराब तक ही सीमित नहीं रखा जाएगा, बल्कि इसे फॉरेस्ट गोल्ड या ग्रीन गोल्ड के रूप में भी देखा जाएगा।” जशप्योर ने यह साबित कर दिया है कि स्वास्थ्यवर्धक भोजन स्वादिष्ट भी हो सकता है। उनका मानना है कि शासन की इस पहल से जशप्योर को लोकल टू ग्लोबल ब्रांड बनाने में मदद मिलेगी और निश्चित ही यह निर्णय प्रदेश भर में वनोपज और स्थानीय उत्पादकों के लिए नए अवसरों के द्वार खोलेगा।

ब्रांड ट्रेडमार्क हस्तांतरण के इस ऐतिहासिक निर्णय से जशप्योर को प्रोत्साहन मिलने के साथ ही कच्चे माल की माँग में वृद्धि होगी और आदिवासी महिलाओं को रोजगार के अधिक अवसर प्राप्त होंगे। इस निर्णय से जशप्योर ब्रांड का ट्रेडमार्क उद्योग विभाग को हस्तांतरित किया जाएगा, ताकि इसके दायरे और प्रभाव को और व्यापक बनाया जा सके। इससे जशप्योर के उत्पादों को विश्वस्तरीय बनाने, उत्पादन में वृद्धि के लिए उन्नत मशीनें लगाने और प्रभावी मार्केटिंग सुनिश्चित करने का मार्ग प्रशस्त होगा।

 

बलौदा/ग्राम मुड़पहार में सोनेटकार ने मोटरसाइकल को मारी पीछे से ठोकर एक्सीडेंट मे चालक गंभीर रूप से घायल रिपोर्ट दर्ज

बलौदा/ग्राम मुड़पहार में सोनेटकार ने मोटरसाइकल को मारी पीछे से ठोकर एक्सीडेंट मे चालक गंभीर रूप से घायल रिपोर्ट दर्ज

 

ग्राम मुडपहार थाना बलौदा जिला महासमुंद का रहने वाला हूं। खेती किसानी का काम करता हूं। दिनांक 01/07/2025 के 11/00 से 11/30 बजे के मध्य सुरजीत बारीक, उनकी माता श्रीमती सोभागीनी बारीक हीरो होण्डा मोटर सायकल CBZ क्रमांक CG 04 KB 5800 से ग्राम मुडपहार से छींदपाली दशगात्र कार्यक्रम में सम्मिलित होने जा रहे थे कि सुखदेव पेट्रोल पम्प के सामने ग्राम खपरीडीह के पास पहुंचे थे उसी समय पदमपुर रोड की ओर से आ रही किया सोनेट कार का चालक तेज व लापरवाही पूर्वक चलाकर पीछे से मोटर सायकल को ठोकर मारकर एक्सीडेंट कर दिया। एक्सीडेन्ट से सुरजीत को छाती, कंधा, पीठ में चोट लगा है एवं सोभागीनी बारीक को सिर, कमर, छाती में गंभीर चोट लगी है। कि रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध कर धारा 125(a)-BNS, 281-BNS जांच विवेचना में लिया गया।

पिथौरा: राज्यपाल श्री रमेन डेका ने विद्यार्थियों को दिए सफलता के मंत्र

पिथौरा: राज्यपाल श्री रमेन डेका ने विद्यार्थियों को दिए सफलता के मंत्र

राज्यपाल श्री रमेन डेका आज महासमुंद जिले के विकासखंड पिथौरा अंतर्गत ग्राम गोडबहल के  शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल पहुंचे। यहां वे अध्यापक की भूमिका में नजर आए और कक्षा 9वीं, 10वीं, 11वीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों से आत्मीय संवाद किया। उन्होंने विद्यार्थियों को अनुशासन, समय प्रबंधन और कड़ी मेहनत का महत्व समझाते हुए जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित एवं प्रोत्साहित किया।

राज्यपाल ने बच्चों को सरल भाषा में सी.वी. रमन इफेक्ट के बारे में जानकारी दी और बताया कि शिक्षा में भाषा कभी भी बाधा नहीं होती। उन्होंने कहा कि स्कूल केवल पढ़ाई का स्थान नहीं है, बल्कि यह बौद्धिक विकास का केंद्र है। बातचीत के दौरान उन्होंने ‘3 इडियट्स’ फिल्म का उदाहरण देते हुए विद्यार्थियों से फिल्म के सकारात्मक संदेश को अपनाने की सलाह दी।

राज्यपाल श्री डेका ने विद्यार्थियों को नई शिक्षा नीति (NEP) के प्रमुख बिंदुओं से भी अवगत कराया और कहा कि यह नीति विद्यार्थियों को उनकी रुचि और क्षमताओं के अनुसार सीखने के अवसर प्रदान करती है।

अपने संवाद के दौरान राज्यपाल ने  जानकारी दी कि  टॉपर्स विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए पुरस्कार प्रदान किया जा रहा ।उन्होंने उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।

इस आत्मीय संवाद में कक्षा 12वीं की छात्रा कु. दिव्या ने राज्यपाल से अपने लक्ष्य साझा करते हुए कहा कि वह यूपीएससी परीक्षा के माध्यम से आईएएस बनना चाहती हैं। राज्यपाल श्री डेका ने उन्हें यूपीएससी की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए और धैर्य तथा कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। इसी तरह विद्या राजपूत ने भी यूपीएससी की तैयारी हेतु मार्गदर्शन प्राप्त किया, जिन्हें भी राज्यपाल ने विशेष टिप्स और हौसला प्रदान किया।

संवाद के दौरान  कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह मौजूद रहे।

सरायपाली / स्टॉप डेम के पास से बहा युवक का लाश बांध मे मिलने की खबर बह कर दूसरे गाँव के बाँध तक जा पंहुचा था!

सरायपाली / स्टॉप डेम के पास से बहा युवक का लाश बांध मे मिलने की खबर बह कर दूसरे गाँव के बाँध तक जा पंहुचा था!

महासमुंद जिले के सरायपाली में स्थित रक्सा गांव में एक युवक लापता हो गया था 3 जुलाई को स्टॉप डैम के पास शोभाराम पांडेय (40 साल) खड़ा था, तभी अचानक मिट्टी धसने से वह गायब हो गया। पास खड़े मछुआरों ने इस घटना की सूचना गांव वालों को दी थी महासमुंद के ज़िला प्रसासन और भिलाई से

आई NDRF की 33 सदस्यों की टीम लापता को ढूंढने मे लगी थी 2 दिनों के लगातार प्रयास के बाद भी सफलता नहीं मिला वही आज 3 दिन लापता युवक की

सव बोइरमाल के बाँध मे तैरता मिला बताया जा रहा है नाला के पानी के बहाव की बहकर लगभग 2 किलोमिटर दूर बोइरमाल मे आज मिला है टीम लगातार आज पास छान मार रही थी!

रायपुर : जन सामान्य को शासकीय योजनाओं से लाभान्वित करें : प्रभारी सचिव श्रीमती कंगाले  

रायपुर : जन सामान्य को शासकीय योजनाओं से लाभान्वित करें : प्रभारी सचिव श्रीमती कंगाले

 

ईको-टूरिज्म को बढ़ावा देने कार्ययोजना जरूरी

खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की सचिव एवं बलरामपुर-रामानुजगंज जिले की प्रभारी सचिव श्रीमती रीना बाबा साहेब कंगाले की अध्यक्षता में आज संयुक्त जिला कार्यालय भवन परिसर में विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।

बैठक में प्रभारी सचिव श्रीमती कंगाले ने विभिन्न विभागों की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि योजनाओं की प्रभावी मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने तथा निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनकल्याणकारी योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार कर अधिक से अधिक नागरिकों को लाभान्वित किया जाना चाहिए। उन्होंने जिले में ईको-टूरिज्म की व्यापक संभावनाओं को देखते हुए इस दिशा में एक समग्र एवं प्रभावी कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।

प्रभारी सचिव ने राजस्व विभाग की समीक्षा करते हुए अविवादित, विवादित नामांतरण, सीमांकन, त्रुटि सुधार सहित लंबित प्रकरणों का समयबद्ध निराकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत विशेष पिछड़ी जनजातियों के समग्र उत्थान हेतु किए जा रहे प्रयासों की जानकारी लेते हुए उन्होंने कहा कि इन समुदायों को शासन की मुख्यधारा से जोड़ना अत्यंत आवश्यक है। प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षा में उन्होंने निर्माण कार्यों की गति बढ़ाने तथा लक्ष्यानुरूप प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मनरेगा अंतर्गत संचालित गतिविधियों एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत प्राप्त उपलब्धियों की भी जानकारी ली गई।

बैठक में उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के क्रियान्वयन की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने पूर्व पंजीकृत कृषकों का अद्यतन पंजीयन भारत सरकार के निर्देशानुसार पूर्ण कराने के निर्देश दिए। शिक्षा विभाग की समीक्षा में उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जाए तथा शिक्षकों को समय-समय पर आधुनिक शिक्षण तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जाए, ताकि परीक्षा परिणामों में निरंतर सुधार हो सके। बैठक में जल जीवन मिशन, खाद-बीज आपूर्ति, सौर सुजला योजना, उद्योग विभाग की योजनाएं, स्वच्छ भारत मिशन, रेशम विभाग की गतिविधियों तथा रोजगार सृजन कार्यक्रमों की भी गहन समीक्षा की गई।

बैठक में कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा ने जिले की प्रमुख उपलब्धियों, विकास कार्यों, सामाजिक-आर्थिक संरचना, स्थानीय चुनौतियों एवं प्रशासनिक प्रयासों की जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक श्री बैंकर वैभव रमनलाल ने अपराध नियंत्रण, कानून-व्यवस्था तथा सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु किए गए प्रयासों से अवगत कराया। वनमण्डलाधिकारी श्री आलोक कुमार बाजपेयी ने ‘एक पेड़ माँ के नाम‘ अभियान के अंतर्गत किए जा रहे पौधारोपण कार्यों की जानकारी दी तथा बताया कि पर्यावरण संरक्षण हेतु जनभागीदारी बढ़ रही है। उन्होंने हाथियों द्वारा प्रभावित ग्रामीणों को मुआवजा वितरण एवं ईको-टूरिज्म विकास की दिशा में उठाए गए कदमों की भी जानकारी दी।

बैठक में जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती नयनतारा सिंह तोमर, अपर कलेक्टर श्री आर.एस. लाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विश्व दीपक त्रिपाठी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।