महासमुंद -/ पत्थर खदान के गहराई में कूद रहे है बच्चे कभी हो सकता है बड़ा हादसा खदान पर नही है सुरक्षा के कोई भी इंतजाम या सूचना बोर्ड

महासमुंद -/ पत्थर खदान के गहराई में कूद रहे है बच्चे कभी हो सकता है बड़ा हादसा खदान पर नही है सुरक्षा के कोई भी इंतजाम या सूचना बोर्ड

बसना हेमन्त वैष्णव

महासमुंद जिले के बसना ब्लॉक अंतर्गत ग्राम छिर्रा लेवा के पत्थर खदान पर सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नही है अभी वर्तमान में पत्थर खदानों में भारी पानी भरा है

और उन पत्थर खदान के पर ऊपर से गांव के युवक और बच्चे गहरा पानी मे कूद रहे है पत्थर खदान के ऊपर से नीचे गहराई पर देखने से सांसे अटक जाती है और इन्ही गहराइयों में गांव के बच्चे और युवक छलांग लगा रहे है ।

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छिर्रा लेवा के पत्थर खदान से पिछले कई वर्षों से लगातार खनन जारी है जिसके कारण बड़ा गहरा हो चुका है हालांकि अभी वर्तमान में सूचना बोर्ड देखने पर लीज समाप्त की जानकारी मिलता है

इसके बावजूद भी शासन प्रशासन को सुरक्षा को देखते हुए फेसिंग तार का घेराव करना चाहिए ताकि पालतू मवेसिया और कोई आदमी इन गहराइयों में ना गिरे और कोई हादसा ना हो चुकी खदान के आस पास चारा के लिए पालतू मवेसिया आते रहते है ।

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महासमुंद -/ पत्थर खदान के गहराई में कूद रहे है बच्चे कभी हो सकता है बड़ा हादसा खदान पर नही है सुरक्षा के कोई भी इंतजाम या सूचना बोर्ड देखे वीडियो

बसना हेमन्त वैष्णव

महासमुंद जिले के बसना ब्लॉक अंतर्गत ग्राम छिर्रा लेवा के पत्थर खदान पर सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नही है अभी वर्तमान में पत्थर खदानों में भारी पानी भरा है और उन पत्थर खदान के पर

 

ऊपर से गांव के युवक और बच्चे गहरा पानी मे कूद रहे है पत्थर खदान के ऊपर से नीचे गहराई पर देखने से सांसे अटक जाती है और इन्ही गहराइयों में गांव के बच्चे और युवक छलांग लगा रहे है ।

 

छिर्रा लेवा के पत्थर खदान से पिछले कई वर्षों से लगातार खनन जारी है जिसके कारण बड़ा गहरा हो चुका है हालांकि अभी वर्तमान में सूचना बोर्ड देखने पर लीज समाप्त की जानकारी मिलता है इसके बावजूद भी शासन प्रशासन को सुरक्षा को देखते हुए फेसिंग तार का घेराव करना चाहिए ताकि पालतू मवेसिया और कोई आदमी इन गहराइयों में ना गिरे और कोई हादसा ना हो चुकी खदान के आस पास चारा के लिए पालतू मवेसिया आते रहते है ।

बसना पुलिस टीम के पहुचते ही पहले तो जुआ खेलवाने वाले माफिया फरार हो गए लेकिन पुलिस टीम के गांव से जाने के बाद एक बाद फिर जुआ चालू हो गया ?

बसना पुलिस टीम के पहुचते ही पहले तो जुआ खेलवाने वाले माफिया फरार हो गए लेकिन पुलिस टीम के गांव से जाने के बाद एक बाद फिर जुआ चालू हो गया ?

आषाढ़ और श्रावण महीने में गांव गांव रथ यात्रा का छोटी मोटी कार्यक्रम जैसे कि फुलझड़ी जैसे कार्यक्रम करवा कर गांव गांव में जुवा खेलवाने का प्रचलन दिनों दिन बढ़ता जा रहा है यह खेल बसना में ही नही बल्कि सरायपाली भँवरपुर पिथौरा और पूरे जिले भर में कही ना कही किसी ना किसी गांव में हो रहा है फिलहाल अभी सरायपाली बसना के कई गांव में यह प्रचलन भारी जोरो से चल रहा है जुआ खेलवाने वाले माफिया गांव के कुछ लोगो से सेटिंग कर गांव में छोटा मोटा कार्यक्रम करवा दिया जा रहा है और गांव में ही दिनदहाड़े किसी के परछी या किसी गली में जुआ का खेल खेलवाया जा रहा है यह सिलसिला हर साल रथ यात्रा से चालू होकर श्रावण महीना तक यह सिलसिला जारी रहता है सूत्रों का कहना है की इस बार 2 महीना का श्रावण है इसलिए यह जुआ का सिलसिला अभी एक माह तक और चलेगा ।

जुवा खेलवाते हुए वीडियो

घटना है बसना के ग्राम बरपेला डीह का जहाँ 2 दिनों तक लगातार इस गांव में जुवा चलता रहा कई लोगो का कहना है कि गांव में एक फुलझड़ी कार्यक्रम किया जा रहा है और इसी के आड़ में जुवा खेलवाया जा रहा है हालांकि कुछ मीडिया वालों के सूचना पर एसडीओपी और बसना टीआई शिवा नंद तिवारी ने संज्ञान में लिया और स्टॉप को गांव बरपेला डीह भेजा बसना टीआई के अनुसार पुलिस टीम को देखकर जुआड़ी और खेलवाने भाग निकले लेकिन लगभग आधा घण्ठा बाद पुलिस टीम के जाते ही जुआड़ी माफिया अपना खेल फिर से चालू कर दिए सूत्रों ने बताया कि जुआ खेलवाने वाला तरेकेला गांव का बताया जाता है हलाकि ऐसे और कई व्यक्ति सक्रिय है फिलहाल फोटो और वीडियो देखकर भी पहचान किया जा सकता है कि यह कौन लोग है

 

बसना – बेटी बचाओ बेटी पढाओ के प्रदेश सदस्य डॉक्टर एन के अग्रवाल ने बसना में अमृततुल्य चाय शाखा का फीता काटकर किया उद्घाटन….

बसना शहर के अग्रसेन भवन के सामने मेन रोड़ बसना में सोमवार को आयुष अमृततुल्य का शाखा संख्या 37 का शुभारंभ हुआ। इस दौरान बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के प्रदेश सदस्य डॉक्टर एन के अग्रवाल ने फीता काटकर शुभारंभ किया। वहीं आयुष अमृततुल्य शाखा के संचालक सुरेंद्र ने बताया कि यह केंद्र चाय प्रेमियों का चार्जिंग प्वाइंट है।
उन्होंने बताया कि यह बसना का पहला चाय स्टॉल है जहां अलग अलग स्वाद के चाय उपलब्ध है। जो अपने में एक अलग अहसास दिलाएगा। यहां पर मसाला चाय, लेमन टी, ब्लैक टी, गुड़ चाय, ग्रीन टी, कॉफी, चॉकलेट टी, शुगर फ्री चाय, इत्यादि चाय उपलब्ध है।

बसना – मध्य भारत के वरिष्ठ एवं सुप्रसिद्ध रामकृष्ण हॉस्पिटल के मैनेजिंग एवं मेडिकल डायरेक्टर डॉ. संदीप दवे अग्रवाल नर्सिंग होम बसना में 12 अगस्त को उपलब्ध.

मध्य भारत के विशाल अनुभवी, 40000 से अधिक सर्जरी कर चुके,छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध लैप्रोस्कोपिक एवं रोबोटिक सर्जन डॉ. संदीप दवे मैनेजिंग एवं मेडिकल डायरेक्टर रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल 12 अगस्त 2023 को बसना में ओपीडी व सर्जरी के लिए उपलब्ध रहेंगे। जिसमें बच्चे दानी, गॉल ब्लैडर, हर्निया, लिवर एवं पेट के सभी तरह के ऑपरेशन महानगरों की तुलना में न्यूनतम दरों में ऑपरेशन किया जाएगा, केवल 7 मरीजों को प्राथमिकता रहेगी|अग्रिम पंजीयन अनिवार्य है 05 अगस्त 2023 को ऑपरेशन के इच्छुक मरीज अपनी पुरानी रिपोर्ट के साथ डॉक्टर से परामर्श लें|

राशन कार्ड / आयुष्मान कार्ड की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी|

 

बसना – विशाल निःशुल्क नेफ्रोलाजी (किडनी संबंधित बीमारियों) का निःशुल्क शिविर अग्रवाल नर्सिंग होम बसना मे सम्पन्न…

बसना विधानसभा मुख्यालय स्थित अग्रवाल नर्सिंग होम, चिकित्सा सेवा के क्षेत्र मे मध्य भारत का अत्याधुनिक डायलिसिस ,किडनी,सर्जिकलएवं ट्रामा सेंटर के रूप मे विकसित हो रहा है।

 

गौरतलब हो कि, प्रदेश व देश के जाने माने विशेषज्ञ डॉक्टर अग्रवाल नर्सिंग होम बसना मे आकर क्षेत्र के लोगों का ईलाज कर रहे हैं । यहाँ के अत्याधुनिक आपरेशन थियेटर, icu, सी टी स्कैन,एक्स-रे, एवं डायलिसिस सेन्टर के साथ सभी विभागों के रोगों व बीमारियों का सफल ईलाज एवं ऑपेरशन से क्षेत्रीय लोगों के साथ अन्य प्रदेश के लोग भी लगातार अग्रवाल नर्सिंग होम बसना मे शिविरों मे सफल ईलाज करवाकर हंसी खुशी जीवन जी रहे हैं ।

अग्रवाल नर्सिंग होम बसना मे उपलब्ध सुविधाएँ जो अग्रवाल नर्सिंग होम बसना को बेहतर बनाती है

 

👉 कुछ ही दिनों में 400लोगों का सफल डायलिसिस किया जा चुका है।

👉 250लोगों का नि:शुल्क ब्लड टेस्ट किया गया है।

👉 200लोगों का 40प्रतिशत छूट के साथ सी टी स्कैन व एक्स रे किया गया है।

👉 प्रदेश का अत्याधुनिक डायलिसिस मशीने एवं आरो प्लान्ट अग्रवाल नर्सिंग होम बसना मे स्थापित है।

👉 20,000 से अधिक डायलिसिस करने वाला अनुभवी टेक्नीशियन एवं प्रदेश के प्रख्यात नेफ्रोलॉजी टीम द्वारा डायलिसिस चिकित्सा सेवा।

👉 मध्य भारत का उच्च* *स्तरीय,आपरेशन थियेटर ,icu, सी टी स्कैन, एक्स-रे आदि की सुविधाएं चौबीसों घंटे उपलब्ध।

बीतेे दिन दिनो “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” प्रकल्प के प्रदेश सदस्य व अग्रवाल नर्सिंग होम बसना के संचालक डॉक्टर एन. के. अग्रवाल के मार्गदर्शन में 28 जुलाई 2023 को निःशुल्क किडनी एवं पथरी रोग शिविर का आयोजन रखा गया था। जिसमे किडनी से संबंधित सभी प्रकार के बीमारियों की जाँच,डायलिसिस, ऑपरेशन दूरबीन एवं लेजर पद्धति से विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा आयुष्मान कार्ड व राशन कार्ड से निःशुल्क किया गया। इस शिविर में जरंरतमंद लोगों का निःशुल्क जाँच जैसे यूरिया क्रियेटिन,हिमोग्लोबिन,आयरन प्रोफाइल,वायरल मार्कर आदि की निःशुल्क की गयी। साथ ही साथ डायलिसिस भी निःशुल्क किया गया। बता दें कि, डायलिसिस के पॉजिटिव मरीज के लिए प्रदेश में गिने चुने ही मशीन की सुविधा उपलब्ध है.. पर बसना जैसे छोटे कस्बे में 5 बेड वाला पॉजिटिव व निगेटिव दोनो प्रकार के मरीजो के लिए उच्च स्तरीय मशीन द्वारा पूरी तरह निःशुल्क सुविधा होना अंचलवासियों के लिए गर्व की बात है। मरीज एवं उनके परिजन का कहना है, बसना में डायलिसिस की सुविधा हो जाने से, यहाँ के लोगों को बाहर जाकर ईलाज कराने मे आने जाने का खर्च, समय व धन बर्बादी एवं मानसिक तनाव से राहत मिली है ,,जो लोगों के लिए खुशी की बात है।

किडनी संबंधित बिमारियों का आयुष्मान कार्ड व राशन कार्ड से निःशुल्क इलाज,डालिसिस,एवं पथरी ऑपरेशन किया जा रहा है । साथ ही रहने, खाने एवं दवाइयों की निःशुल्क सुविधा हो जाने से लोगों को बडी राहत मिली है।

प्रत्येक शुक्रवार को किडनी एवं पथरी विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उपलब्ध रहती है।

अग्रवाल नर्सिंग होम बसना के सह संचालक एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डा.अमित अग्रवाल ने क्षेत्र के लोगों की माँग को देखते हुए .. सभी वर्ग के लिए सुबह 8 से 10बजे तक बिलकुल मुफ्त ईलाज, जांच एवं दवाइयां की सुविधा मुहैया प्रतिदिन करायी जा रही है । इससे सैकड़ों लोगों को लाभ मिलता आ रहा हैं।

ओर हमारी ये सेवा निरंतर चलती रहेगी।

बसना – शाहिद वीर नारायण सिंह जी के सांतवें पीढ़ी 45 वर्षीय महिला ने आपरेशन के लिए चुना अग्रवाल नर्सिंग होम बसना को।

अग्रवाल नर्सिंग होम बसना में अनेकों जटिल से जटिल आपरेशन सफलतापूर्वक हो रहे है हाल ही में सोनाखान निवासी 45 वर्षीय महिला जो शहीद वीर नारायण सिंह जी के सांतवें पीढ़ी है ये कई महीनों से पेट दर्द से पीढ़ित थे।कई अस्प्ताल में मरीज को दिखया गया।आराम न मिलने के कारण परिजन जिसके बाद अग्रवाल नर्सिंग होम बसना में आकर अपनी परेशानी बताई तब, डॉक्टर अग्रवाल ने सी टी स्कैन करने का सलाह दिया रिपोर्ट से पता चला की पेट में बहोत बड़ा ट्यूमर है। परिजन एवं मरीज की सहमिति के बाद दिनांक 18 जुलाई को लगभग 4 घंटे चले जटिल ऑपेरशन को अंजाम दिया गया।

ट्यूमर पेट मे कई जगहों से चिपका हुआ था ,विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम की कड़ी मेहनत एवं दक्षता से 10 kg का ट्यूमर आपरेशन कर बाहर निकाला।

मरीज के भाई श्री राजेंद्र सिंह दीवान ने अग्रवाल नर्सिंग होम की पूरी टीम को धन्यवाद दिया।इस प्रकार के कई जटिल पेट एवं ट्यूमर व कैंसर संबंधित ऑपरेशन ,एडवांस मशीनों एवं एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम द्वारा प्रतिदिन

बसना नर्सिंग होम में होते आ रहे है,

ज्ञात हो यहाँ समय समय पर विशेष ऑपेरशन शिविर नियमित लगते रहते है जैसे दूरबीन लैप्रोस्कोपिक शिविर ,पथरी ऑपेरशन,कान नाक गले संबंधित,जिसमे मध्यभारत के प्रख्यात डॉक्टर अपनी सेवाएं देते है,जिसका लाभ केवल अंचल में नहीं बल्कि प्रदेश के दूरस्थ वनांचल जैसे बस्तर ,सरगुजा एवं अन्य राज्यों के मरीजो को मिल रहा है।जो लगभग 800 km की दूरी तय कर अपने ऑपेरशन के लिए बसना अग्रवाल नर्सिंग होम को चुन रहे है।और सफल ऑपेरशन के बाद स्वस्थ हो कर अपने घर लौट रहे है

सरायपाली -/सील किया गया कुमकुम हॉस्पिटल को संचालक को तो फरार बताया जा रहा है ?

सरायपाली -/सील किया गया कुमकुम हॉस्पिटल को संचालक को तो फरार बताया जा रहा है ?

हेमन्त वैष्णव

महासमुंद जिले के सरायपाली में लाइसेंस नहीं होने पर कुमकुम हॉस्पिटल को सील किया गया है। वहीं हॉस्पिटल संचालक का फरार होना बताया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में हॉस्पिटल संचालन के लिए साल 2013 में प्रदेश सरकार ने नर्सिंग होम एक्ट लागू किया था, जिसके तहत हॉस्पिटल संचालक को हॉस्पिटल चालू करने के पहले ही लाइसेंस लेना पड़ता है, इसके बावजूद बिना लाइसेंस के ही कुमकुम हॉस्पिटल का संचालन 3 माह से किया जा रहा था, जिसे प्रशासनिक टीम ने सील कर दिया है। लेकिन एक बड़ी बात यह है कि ऐसे कितने फर्जी अस्पताल और क्लीनिक बिना जानकारी के चल रहा होगा आम लोगो का इसका अंदाजा भी नही है ।

मंगलवार को एसडीएम के निर्देश पर तहसीलदार की टीम ने कुमकुम हॉस्पिटल को सील कर दिया। वहीं कार्रवाई की भनक लगते ही संचालक प्रवीण शर्मा फरार बताया जा रहा है। सरायपाली तहसीलदार युवराज कुर्रे ने कहा शिकायत के आधार पर कार्रवाई की गई है। हॉस्पिटल संचालन की अनुमति नहीं थी, वहीं संचालक की डिग्री की भी जांच की जानी है। संचालक कहां है इस बात की जानकारी नहीं है। वहीं सीएमएचओ डॉ. पी कुदेशिया ने कहा कि कुमकुम हॉस्पिटल को लाइसेंस जारी नहीं हुआ है बगैर लाइसेंस हॉस्पिटल संचालन किया जा रहा था।

बता दें यह अस्पताल पिछले 3 माह से सरायपाली में एक्टिव था और कम रकमो में झांसा देकर लोगो के जान के साथ खेलवाड़ किया जा रहा था जिसे कल सील कर दीया गया है

बसना -/ गुप्तांग में गहरी चोट पुलिस का कहना है कि संभवत मृतक की मृत्यु रोड एक्सीडेंट से हुई है लेकिन कुछ लोग इसको हथ्या की घटना भी बता रहे है पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी किया है ।

बसना -/ गुप्तांग में गहरी चोट पुलिस का कहना है कि संभवत मृतक की मृत्यु रोड एक्सीडेंट से हुई है लेकिन कुछ लोग इसको हथ्या की घटना भी बता रहे है पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी किया है ।

बसना

मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि प्रार्थना श्रीमती संगीता प्रधान पति रोशन नायक उम्र 21 वर्ष निवासी बिटांगीपाली थाना बसना ने रिपोर्ट दर्ज कराया की इसका पति रोशन नायक पिता भोज पाल नायक उम्र 29 वर्ष निवासी धानापाली दिनांक 24 जुलाई 2023 की रात्रि 10:00 बजे इसकी मांयके ग्राम बिटांगीपाली आया था और रात्रि करीब 3:00 सिगरेट पीने के लिए रोड तरफ गया था और अपनी पत्नी से पानी मांगा जब प्रार्थी या घर से पानी ला रही थी तो बड़े जोर की आवाज हुई और इसका पति रोड पर पढ़ा हुआ था जिसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बसना लाए जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया

साथिया की रिपोर्ट पर थाना बसना में मर्ग क्रमांक 70/23 धारा 174 सीआरपीसी कायम कर जांच में लिया गया 100 पंचनामा के दौरान मित्र के दोनों हाथ के मुनि दाहिने जांघ के पास कमर में दाहिने पैर के घुटने में एवं गुप्तांग में गंभीर चोट लगा था मृतक का शव पंचनामा पश्चात शव का पीएम करा कर मृतक रोशन नायक के शव को परिजनों को सुपुर्द किया गया है संभवत मृतक की मृत्यु रोड एक्सीडेंट से हुई है मर्ग की जांच जारी है ।
हालांकि कई लोगो का कहना है कि मामला हथ्या का है फिलहाल जांच चल रही है अब तो पीएम आने के बाद ही पता चल पाएगा कि मामला हत्या है कि दुर्घटना का ।

बसना – पुल पार करने में ग्रामीणों को रहता है जान का खतरा,जायजा लेने पहुंचे वरिष्ठ बिजेपी नेता पुरंदर मिश्रा।

बसना । छत्तीसगढ़ सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन की सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए सड़क और पुलियों की निर्माण कराती है, लेकिन प्रशासनिक उदासीनता और भ्रष्टाचार के चलते गुणवत्ताहीन कार्यों का खामियाजा आम ग्रामीणों को भुगतना पड़ता है, इसका उदाहरण महासमुंद जिले के बसना ब्लाक में देखने को मिल रहा है। बसना मुख्यालय से जोड़ने वाली मुख्य कुडेकेल नाला धसकने से ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डालकर पुल पार कर रहे है, विभागीय अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को समस्याओं का भली-भांति ज्ञात हैं लेकिन कोई भी ग्रामीणों की समस्या जानने नहीं पहुंचा। भेंट मुलाकात कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेष बघे पुल बनाने के लिए किये थे घोषणा

आपको बता दें कि विगत 16-17 वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के ठेकेदार और अधिकारियों की मनमाने ढंग से गुणवत्ताविहीन पुलिया का निर्माण किया गया था, जो महज 8-9 वर्षो में ही पुल की हालत नाजुक होकर धसकना चालू हो गया था, जिसकी जानकारी विभागीय अधिकारी व जनप्रतिनिधियों को ग्रामीण अपनी समस्याओं के साथ अवगत करा चुके हैं लेकिन अब तक ग्रामीणों की कोई सुनवाई नही हुई है..कई वर्ष बीत गए ग्रामीणों के आवागमन के लिए नये पुल या मरम्मत की कोई कार्ययोजना प्रशासन स्तर पर नहीं बनायी गई। वर्तमान में पुलिया बहुत क्षतिग्रस्त हैं पुलिया का एक हिस्सा टूट कर 2 फिट नीचे झुक चुका हैं, नीचे का हिस्सा जर्जर होकर गिरने के कगार में हैं, विभाग किसी प्रकार का संकेतक या सूचना पटल नहीं लगाया है शायद बड़ी जनहानि दुर्घटना का इंतजार कर रही हो? पुल धसकने से कुडकेल, जमड़ी, पोटापारा, बिछिया, सिरको और सराईपाली सहित दर्जनों गांव के हजारों लोगों की संपर्क मुख्यालय से टूटने जैसी हो गई हैं, सिर्फ दो पहिया वाहन अपनी जान जोखिम में डालकर पुलिया को पार कर रहे हैं, दूसरी रास्ता की अगर बात कही जाए तो वो 15 से 20 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी पड़ता हैं…! ग्रामीणों का कहना हैं कि शिक्षा, स्वास्थ्य और किसानी की अगर बात कही जाये तो कुडेकेल सहित अनेको गांव बहुत परेशान हैं, बारिश के दिनों में बच्चे स्कूल जा नही सकते, गंभीर जटिल बीमारी या डिलीवरी पेशेंट के लिए एम्बुलेंस व चार पहिया वाहन गांव नही पहुंच पाता …..! ग्राम कुडकेल के ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2005-06 में कुडेकेल नदी में पुलिया निर्माण का कार्य किया था। पुलिया निर्माण कार्य के समय ठेकेदार को कार्य के गुणवत्ता और नदी के पुल या ब्रिज निर्माण में बड़े-बड़े लोहे का उपयोग, कालम, नींव की गहराइयों अधिक होती है कहकर पूछा गया तो ठेकेदार और इंजीनियर ने ऐसे ही निर्माण करने के लिये इस्टीमेट दिए है। और आप हमें मत सिखाइये कहा गया। और मनमाने ढंग से गुणवत्ताविहीन घटिया पुल का निर्माण किया गया जो महज महज 8-9 वर्षो में ही जर्जर हो गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान फूल निर्माण करने की घोषणा किए थे.


वही जिम्मेदार अधिकारी इस समस्या पर बात करना जरूरी नही समझ रहे हैं।वह इस पूरे समस्या को देखते हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री दर्जा पुरंदर मिश्रा उक्त स्थल पर निरीक्षण कर ग्रामीणों के साथ संवाद किया और उनकी परेशानियों और समस्याओं का जायजा लिया साथ ही कलेक्टर और सचिव को अवगत कराते हुए मुख्यमंत्री और राज्यपाल से मिलकर ग्रामीणों को समस्याओं से अवगत कराकर समस्याओं का निराकरण करने की बात कही है।