पिथौरा: राज्यपाल श्री रमेन डेका ने विद्यार्थियों को दिए सफलता के मंत्र

पिथौरा: राज्यपाल श्री रमेन डेका ने विद्यार्थियों को दिए सफलता के मंत्र

राज्यपाल श्री रमेन डेका आज महासमुंद जिले के विकासखंड पिथौरा अंतर्गत ग्राम गोडबहल के  शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल पहुंचे। यहां वे अध्यापक की भूमिका में नजर आए और कक्षा 9वीं, 10वीं, 11वीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों से आत्मीय संवाद किया। उन्होंने विद्यार्थियों को अनुशासन, समय प्रबंधन और कड़ी मेहनत का महत्व समझाते हुए जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित एवं प्रोत्साहित किया।

राज्यपाल ने बच्चों को सरल भाषा में सी.वी. रमन इफेक्ट के बारे में जानकारी दी और बताया कि शिक्षा में भाषा कभी भी बाधा नहीं होती। उन्होंने कहा कि स्कूल केवल पढ़ाई का स्थान नहीं है, बल्कि यह बौद्धिक विकास का केंद्र है। बातचीत के दौरान उन्होंने ‘3 इडियट्स’ फिल्म का उदाहरण देते हुए विद्यार्थियों से फिल्म के सकारात्मक संदेश को अपनाने की सलाह दी।

राज्यपाल श्री डेका ने विद्यार्थियों को नई शिक्षा नीति (NEP) के प्रमुख बिंदुओं से भी अवगत कराया और कहा कि यह नीति विद्यार्थियों को उनकी रुचि और क्षमताओं के अनुसार सीखने के अवसर प्रदान करती है।

अपने संवाद के दौरान राज्यपाल ने  जानकारी दी कि  टॉपर्स विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए पुरस्कार प्रदान किया जा रहा ।उन्होंने उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।

इस आत्मीय संवाद में कक्षा 12वीं की छात्रा कु. दिव्या ने राज्यपाल से अपने लक्ष्य साझा करते हुए कहा कि वह यूपीएससी परीक्षा के माध्यम से आईएएस बनना चाहती हैं। राज्यपाल श्री डेका ने उन्हें यूपीएससी की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए और धैर्य तथा कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। इसी तरह विद्या राजपूत ने भी यूपीएससी की तैयारी हेतु मार्गदर्शन प्राप्त किया, जिन्हें भी राज्यपाल ने विशेष टिप्स और हौसला प्रदान किया।

संवाद के दौरान  कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह मौजूद रहे।

सरायपाली / स्टॉप डेम के पास से बहा युवक का लाश बांध मे मिलने की खबर बह कर दूसरे गाँव के बाँध तक जा पंहुचा था!

सरायपाली / स्टॉप डेम के पास से बहा युवक का लाश बांध मे मिलने की खबर बह कर दूसरे गाँव के बाँध तक जा पंहुचा था!

महासमुंद जिले के सरायपाली में स्थित रक्सा गांव में एक युवक लापता हो गया था 3 जुलाई को स्टॉप डैम के पास शोभाराम पांडेय (40 साल) खड़ा था, तभी अचानक मिट्टी धसने से वह गायब हो गया। पास खड़े मछुआरों ने इस घटना की सूचना गांव वालों को दी थी महासमुंद के ज़िला प्रसासन और भिलाई से

आई NDRF की 33 सदस्यों की टीम लापता को ढूंढने मे लगी थी 2 दिनों के लगातार प्रयास के बाद भी सफलता नहीं मिला वही आज 3 दिन लापता युवक की

सव बोइरमाल के बाँध मे तैरता मिला बताया जा रहा है नाला के पानी के बहाव की बहकर लगभग 2 किलोमिटर दूर बोइरमाल मे आज मिला है टीम लगातार आज पास छान मार रही थी!

रायपुर : जन सामान्य को शासकीय योजनाओं से लाभान्वित करें : प्रभारी सचिव श्रीमती कंगाले  

रायपुर : जन सामान्य को शासकीय योजनाओं से लाभान्वित करें : प्रभारी सचिव श्रीमती कंगाले

 

ईको-टूरिज्म को बढ़ावा देने कार्ययोजना जरूरी

खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की सचिव एवं बलरामपुर-रामानुजगंज जिले की प्रभारी सचिव श्रीमती रीना बाबा साहेब कंगाले की अध्यक्षता में आज संयुक्त जिला कार्यालय भवन परिसर में विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।

बैठक में प्रभारी सचिव श्रीमती कंगाले ने विभिन्न विभागों की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि योजनाओं की प्रभावी मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने तथा निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनकल्याणकारी योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार कर अधिक से अधिक नागरिकों को लाभान्वित किया जाना चाहिए। उन्होंने जिले में ईको-टूरिज्म की व्यापक संभावनाओं को देखते हुए इस दिशा में एक समग्र एवं प्रभावी कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।

प्रभारी सचिव ने राजस्व विभाग की समीक्षा करते हुए अविवादित, विवादित नामांतरण, सीमांकन, त्रुटि सुधार सहित लंबित प्रकरणों का समयबद्ध निराकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत विशेष पिछड़ी जनजातियों के समग्र उत्थान हेतु किए जा रहे प्रयासों की जानकारी लेते हुए उन्होंने कहा कि इन समुदायों को शासन की मुख्यधारा से जोड़ना अत्यंत आवश्यक है। प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षा में उन्होंने निर्माण कार्यों की गति बढ़ाने तथा लक्ष्यानुरूप प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मनरेगा अंतर्गत संचालित गतिविधियों एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत प्राप्त उपलब्धियों की भी जानकारी ली गई।

बैठक में उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के क्रियान्वयन की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने पूर्व पंजीकृत कृषकों का अद्यतन पंजीयन भारत सरकार के निर्देशानुसार पूर्ण कराने के निर्देश दिए। शिक्षा विभाग की समीक्षा में उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जाए तथा शिक्षकों को समय-समय पर आधुनिक शिक्षण तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जाए, ताकि परीक्षा परिणामों में निरंतर सुधार हो सके। बैठक में जल जीवन मिशन, खाद-बीज आपूर्ति, सौर सुजला योजना, उद्योग विभाग की योजनाएं, स्वच्छ भारत मिशन, रेशम विभाग की गतिविधियों तथा रोजगार सृजन कार्यक्रमों की भी गहन समीक्षा की गई।

बैठक में कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा ने जिले की प्रमुख उपलब्धियों, विकास कार्यों, सामाजिक-आर्थिक संरचना, स्थानीय चुनौतियों एवं प्रशासनिक प्रयासों की जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक श्री बैंकर वैभव रमनलाल ने अपराध नियंत्रण, कानून-व्यवस्था तथा सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु किए गए प्रयासों से अवगत कराया। वनमण्डलाधिकारी श्री आलोक कुमार बाजपेयी ने ‘एक पेड़ माँ के नाम‘ अभियान के अंतर्गत किए जा रहे पौधारोपण कार्यों की जानकारी दी तथा बताया कि पर्यावरण संरक्षण हेतु जनभागीदारी बढ़ रही है। उन्होंने हाथियों द्वारा प्रभावित ग्रामीणों को मुआवजा वितरण एवं ईको-टूरिज्म विकास की दिशा में उठाए गए कदमों की भी जानकारी दी।

बैठक में जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती नयनतारा सिंह तोमर, अपर कलेक्टर श्री आर.एस. लाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विश्व दीपक त्रिपाठी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

डीएपी खाद की संभावित कमी को देखते हुए कृषि वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने डीएपी खाद के स्थान पर अन्य दूसरी खादों का उपयोग करने की सलाह किसानों को दी है

महासमुंद/  खाद के स्थान पर दूसरी खादों को मिलाकर खेतों में डालने की सलाह

महासमुंद 04 जुलाई 2025/पूरे देश में डीएपी खाद की संभावित कमी को देखते हुए कृषि वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने डीएपी खाद के स्थान पर अन्य दूसरी खादों का उपयोग करने की सलाह किसानों को दी है। कृषि वैज्ञानिकों ने धान की जल्दी पकने वाली किस्मों के लिए डीएपी के स्थान पर 52 किलो यूरिया, एक सौ किलो सुपर फास्फेट और 13 किलो पोटाश मिलाकर एक एकड़ फसल में उपयोग करने की सलाह दी है। इसी तरह एनपीके 12ः32ः16 खाद की 50 किलो मात्रा, यूरिया की 39 किलो मात्रा को भी एक साथ मिलाकर एक एकड़ की जल्दी पकने वाली धान की किस्म के लिए उपयोग किया जा सकता है। इसी तरह कॉम्पलेक्स खाद 20ः20ः00ः13 की 80 किलोग्राम मात्रा, यूरिया की 18 किलोग्राम मात्रा और पोटाश की 13 किलो मात्रा को मिलाकर भी जल्दी पकने वाली धान के एक एकड़ खेत में उपयोग किया जा सकता है।

कृषि विशेषज्ञों ने धान की लम्बी अवधि की 140 दिन से अधिक में पकने वाली किस्मों के लिए भी मिश्रित खादों की अनुशंसा की है। धान की लम्बी अवधि की फसलों में डीएपी के स्थान पर 70 किलो यूरिया, 125 किलो सुपर फास्फेट और 20 किलो पोटाश मिलाकर एक एकड़ फसल में उपयोग करने की सलाह दी है। इसी तरह एनपीके 12ः32ः16 खाद की 62 किलो मात्रा, यूरिया की 54 किलो और पोटाश की 4 किलोग्राम मात्रा को भी एक साथ मिलाकर एक एकड़ की लम्बी अवधि में पकने वाली धान की किस्म के लिए उपयोग किया जा सकता है। इसी तरह कॉम्पलेक्स खाद 20ः20ः00ः13 की 100 किलोग्राम मात्रा, यूरिया की 26 किलोग्राम मात्रा और पोटाश की 20 किलो मात्रा को मिलाकर भी देर से पकने वाली धान के एक एकड़ खेत में उपयोग किया जा सकता है।

कृषि वैज्ञानिकों ने धान की मध्यम अवधि में 125-140 दिन में पकने वाली किस्मों के लिए डीएपी के स्थान पर 87 किलो यूरिया, 150 किलो सुपर फास्फेट और 27 किलो पोटाश मिलाकर एक एकड़ फसल में उपयोग करने की सलाह दी है। इसी तरह एनपीके 12ः32ः16 खाद की 75 किलो मात्रा, यूरिया की 67 किलो और पोटाश की सात किलोग्राम मात्रा को भी एक साथ मिलाकर एक एकड़ की मध्यम अवधि की धान की किस्म के लिए उपयोग किया जा सकता है। इसी तरह कॉम्पलेक्स खाद 20ः20ः00ः13 की 120 किलोग्राम मात्रा, यूरिया की 35 किलोग्राम मात्रा और पोटाश की 27 किलो मात्रा को मिलाकर भी मध्यम अवधि की धान के एक एकड़ खेत में उपयोग किया जा सकता है।

कृषि वैज्ञानिकों ने हाईब्रिड धान की किस्मों के लिए डीएपी के स्थान पर 113 किलो यूरिया, दो सौ किलो सुपर फास्फेट और 40 किलो पोटाश मिलाकर एक एकड़ फसल में उपयोग करने की सलाह दी है। इसी तरह एनपीके 12ः32ः16 खाद की एक सौ किलो मात्रा, यूरिया की 86 किलो मात्रा और पोटाश 13 किलोग्राम को भी एक साथ मिलाकर एक एकड़ की हाईब्रिड धान के लिए उपयोग किया जा सकता है। इसी तरह कॉम्पलेक्स खाद 20ः20ः00ः13 की 160 किलोग्राम मात्रा, यूरिया की 44 किलोग्राम मात्रा और पोटाश की 40 किलो मात्रा को मिलाकर भी हाईब्रिड धान के एक एकड़ खेत में उपयोग किया जा सकता है।

कृषि वैज्ञानिकों ने मक्का फसल के लिए भी डीएपी के स्थान पर दूसरे खाद समूह को खेतों मे डालने की सलाह किसानों को दी है। मक्का की संकुल किस्मों के लिए किसान 70 किलो यूरिया, एक सौ किलो सुपर फास्फेट और 20 किलो पोटाश मिलाकर एक एकड़ फसल में उपयोग कर सकते हैं। इसी तरह एनपीके 12ः32ः16 खाद की 50 किलो मात्रा, यूरिया की 56 किलो और पोटाश की 7 किलो मात्रा को भी एक साथ मिलाकर एक एकड़ की मक्का की फसल में उपयोग किया जा सकता है। इसी तरह कॉम्पलेक्स खाद 20ः20ः00ः13 की 80 किलोग्राम मात्रा, यूरिया की 35 किलोग्राम मात्रा और पोटाश की 20 किलो मात्रा को मिलाकर भी मक्के की संकुल किस्म की फसल के एक एकड़ खेत में उपयोग किया जा सकता है।
मक्के की हाईब्रिड किस्मों के लिए किसान डीएपी की कमी होने पर 87 किलो यूरिया, 150 किलो सुपर फास्फेट और 27 किलो पोटाश मिलाकर एक एकड़ फसल में उपयोग कर सकते हैं। इसी तरह एनपीके 12ः32ः16 खाद की 75 किलो मात्रा, यूरिया की 67 किलो और पोटाश की 7 किलो मात्रा को भी एक साथ मिलाकर एक एकड़ की हाईब्रिड मक्का की फसल में उपयोग किया जा सकता है। इसी तरह कॉम्पलेक्स खाद 20ः20ः00ः13 की 120 किलोग्राम मात्रा, यूरिया की 35 किलोग्राम मात्रा और पोटाश की 27 किलो मात्रा को मिलाकर भी मक्के की हाईब्रिड किस्म की फसल के एक एकड़ खेत में उपयोग किया जा सकता है।

सोयाबीन और मूंगफली की फसल लगाने वाले किसानों के लिए कृषि विशेषज्ञों ने डीएपी की कमी होने पर 17 किलो यूरिया, 200 किलो सुपर फास्फेट और 13 किलो पोटाश मिलाकर एक एकड़ फसल में उपयोग करने की सलाह दी है। इसी तरह किसान सोयाबीन और मूंगफली की फसल में एनपीके 12ः32ः16 खाद की 100 किलोग्राम एक एकड़ की फसल में उपयोग कर सकते हैं।

सरायपाली/ स्टॉप डेम के पास से बहा युवक को NDRF की टीम ढूंढने मे सफल नहीं हो पाई है

सरायपाली/ स्टॉप डेम के पास से बहा युवक को NDRF की टीम ढूंढने मे सफल नहीं हो पाई है

महासमुंद जिले के सरायपाली में स्थित रक्सा गांव में एक युवक लापता हो गया है। 3 जुलाई को स्टॉप डैम के पास शोभाराम पांडेय (40 साल) खड़ा था, तभी अचानक मिट्टी धसने से वह गायब हो गया। पास खड़े मछुआरों ने इस घटना की सूचना गांव वालों को दी

कोटवार के माध्यम से पुलिस को जानकारी मिली। स्थानीय पुलिस ने गोताखोरों की मदद से तलाश की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। घटना के 24 घंटे बाद भी उसका कोई सुराग नहीं मिला है। खबर है की बचाव दल ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर डैम में ढूंढी,

भिलाई से बुलाई गई NDRF की 33 सदस्यीय टीम 4 जुलाई की सुबह से रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है। स्टॉप डैम से मोटर पंप से पानी निकाला जा रहा है। बारिश के कारण बचाव कार्य में कठिनाई आ रही है।

मौके पर सरायपाली विधायक चातुरी नंद के साथ एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार और पटवारी सहित प्रशासनिक अमला मौजूद है। 24 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी शोभाराम का कोई सुराग नहीं मिला है। बचाव कार्य लगातार जारी है। समाचार लिखें जाने तक पता नहीं चला था

सरायपाली/शास.प्राथ.शाला रिसेकेला में नेवता भोज का आयोजन

सरायपाली/शास.प्राथ.शाला रिसेकेला में नेवता भोज का आयोजन

 

विकासखंड शिक्षा अधिकारी प्रकाश चंद्र मांझी, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी डी एन दीवान एवं विकासखंड स्त्रोत समन्वयक (समग्र शिक्षा) सरायपाली सतीश स्वरूप पटेल के मार्गदर्शन में प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना अंतर्गत स्वादिष्ट एवं पौष्टिक भोजन देने के लिए नेवता भोज का आयोजन किया जा रहा है।

इस कार्यक्रम के अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला रिसेकेला में हेमसागर डडसेना सुपुत्र जयंत डडसेना के जन्मदिन के शुभअवसर पर नेवता भोज दिया गया ।इस आंशिक नेवता भोज में छत्तीसगढ़ी मीठा मालपुआ दिया गया।शाला परिवार की ओर से डडसेना परिवार को बहुत-बहुत बधाई, शुभकामनाएं एवं धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

आयुष इंडिया एक्सपो 2025 अहमदाबाद:आयुर्वेद केवल चिकित्सा नहीं, जीवन जीने की कला है : विधायक डॉ संपत अग्रवाल

आयुष इंडिया एक्सपो 2025 अहमदाबाद:आयुर्वेद केवल चिकित्सा नहीं, जीवन जीने की कला है : विधायक डॉ संपत अग्रवाल

आयुष इंडिया एक्सपो 2025 : आयुर्वेद सिर्फ उपचार नहीं, जीवन दर्शन है-विधायक डॉ संपत अग्रवाल

 

गुजरात में गूंजा आयुर्वेद का स्वर: विधायक डॉ. संपत अग्रवाल बोले- ‘हर घर तक पहुंचे प्राचीन चिकित्सा की शक्ति’

 

एक नई सुबह, एक प्राचीन राह-आयुष इंडिया एक्सपो गुजरात में डॉ. संपत अग्रवाल की भावपूर्ण आवाज

आयुर्वेद भारत की आत्मा है, इसे दुनिया तक पहुँचाना हमारी ज़िम्मेदारी : विधायक डॉ संपत अग्रवाल

गुजरात के अहमदाबाद में आगामी दिनों में आयुष चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयुष इंडिया एक्सपो 2025 का आयोजन किया जा रहा है। इस भव्य आयोजन की पूर्व संध्या पर एक पत्रकार वार्ता आयोजित की गई, जिसमें छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप, बसना विधायक डॉ. संपत अग्रवाल और औषधीय पादप बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष विकास मरकाम सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

पत्रकार वार्ता में विधायक डॉ. संपत अग्रवाल ने कहा, आयुर्वेद एक ऐसी चिकित्सा प्रणाली है जो रोगों का जड़ से उपचार करती है। यह पद्धति पुरातन काल से चली आ रही है और आज भी इसकी प्रासंगिकता बनी हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि आयुर्वेद शरीर, मन और आत्मा के संतुलन पर आधारित है। यह केवल दवा नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला है। आज जब लोग तनाव, प्रदूषण और रसायनयुक्त जीवनशैली से जूझ रहे हैं, आयुर्वेद उन्हें प्राकृतिक समाधान देता है।

बसना विधायक डॉ अग्रवाल ने बताया कि आयुर्वेदिक औषधियाँ प्राकृतिक जड़ी-बूटियों से बनाई जाती हैं, जिससे शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता। योग, प्राणायाम और संतुलित आहार के माध्यम से मानसिक शांति और शारीरिक ऊर्जा भी बनी रहती है। उन्होंने यह भी कहा कि आयुर्वेदिक पद्धति में व्यक्ति की प्रकृति के अनुसार इलाज किया जाता है, जिससे उसका असर ज्यादा गहरा और स्थायी होता है। जैसे त्रिफला, अश्वगंधा जैसे रसायन शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं और रोगों से लड़ने में मदद करते हैं। जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने आयुर्वेद को अपनाने की अपील की और इसे भारत की सांस्कृतिक विरासत बताया।

इस पत्रकार वार्ता में पर्यटन, सांस्कृतिक गतिविधियाँ,गुजरात से वन एवं पर्यावरण तथा जलवायु परिवर्तन मंत्री मुलुभाई बेरा , छत्तीसगढ़ से वन, जलवायु परिवर्तन एवं कौशल विकास प्रोटोकॉल के मंत्री केदार कश्यप,बापूनगर विधायक दिनेशसिंह कुशवाह,उच्चायुक्त लेसोथो साम्राज्य थंबानोज खोलुमु,उच्चायुक्त मलावी साम्राज्य लियोनार्ड मेंगेज़ी,गुजरात के पूर्व गृह मंत्री एवं भाजपा के महासचिव राजनीभाई पटेल,गुजरात के पूर्व विधायक एवं भाजपा उपाध्यक्ष भारतभाई बोगड़ा, छत्तीसगढ़ मुख्य वन संरक्षक एवं प्रबंध निदेशक अनिलकुमार साहू,छत्तीसगढ़ जैव विविधता बोर्ड अध्यक्ष राकेश चतुर्वेदी,हार्ट फाउंडेशन ऑफ इंडिया अध्यक्ष डॉ. नितिनभाई सुमभाई शाह,इंडिया अफ्रीका ट्रेंड काउंसिल अध्यक्ष प्रकाश सोनी,ऑल गुजरात आयुर्वेद मेडिकल एसोसिएशन अध्यक्ष डॉ हसमुख सोनी,ऑल गुजरात आयुर्वेद मेडिकल एसोसिएशन सचिव डॉ. किरीटभाई पटेल, स्पार्क मीडिया सीईओ चिंतनभाई भट्ट सहित भारत के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों की भी उपस्थिति रही।

जिससे यह स्पष्ट होता है कि आयुष एक्सपो को वैश्विक स्तर पर मान्यता मिल रही है। यह आयोजन आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी जैसी पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को एक मंच पर लाकर स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देगा। इस एक्सपो के माध्यम से भारत की पारंपरिक चिकित्सा विरासत को न केवल संरक्षित किया जाएगा, बल्कि उसे आधुनिक चिकित्सा प्रणाली के साथ जोड़कर एक समग्र स्वास्थ्य दृष्टिकोण प्रस्तुत किया जाएगा।

खल्लारी/ अशोक चाय ठेला ग्राम हाडाबंद के पास अवैध शराब की व्यवस्था करवाने पर कार्यवाही!

खल्लारी/ अशोक चाय ठेला ग्राम हाडाबंद के पास अवैध शराब की व्यवस्था करवाने पर कार्यवाही!

 

थाना खल्लारी में प्र.आर. के पद पर पदस्थ हूं कि आज दिनांक 03/07/25 को हमराह आर. 297, 667 के जुर्म जरायम पतासाजी आबकारी एक्ट की कार्यवाही एवं पेट्रोलिंग पर रवाना हुआ था कि पेट्रोलिंग दौरान जरिये मुखबीर सूचना मिला कि अशोक चाय ठेला के बाजु हाडाबंद चौक ग्राम हाडाबंद के पास एक व्यक्ति लोगों को अवैध रूप से शराब पिने पिलाने की सुविधा उपलब्ध करा रहा है कि मुखबीर सूचना तस्दीक पर हमराह स्टाफ एवं गवाह याद राम यादव पिता बसंत यादव उम्र 32 वर्ष एवं मोहन यादव पिता शत्रुघन यादव उम्र 34 वर्ष साकिनान मोहंदी थाना खल्लारी जिला महासमुंद को मुखबीर सूचना से अवगत कराकर धारा 179BNSS का नोटिस देकर रेड कार्यवाही हेतु साथ लेकर मुखबीर के बताये स्थान पर गया जहां पर एक व्यकित शराब पीलाने की सुविधा उपलब्ध करा रहा था जिसे पकडकर पुछताछ करने पर शराब पीने पिलाने की सुविधा उपलब्ध कराना तथा अपन नाम जगन्नाथ चन्द्राकर पिता स्व0 दौवा राम चन्द्राकार उम्र 57 वर्ष साकिन हाडाबंद थाना खल्लारी जिला महासमुंद बताया जिसके कब्जे से एक 180ml वाली देशी प्लेन शराब की एक शीशी में लगभग 90ml शराब भरी हुई व एक देशी प्लेन शराब की खाली शीशी एवं 3 नग डिस्पोजल गिलास जिसमें शराब की गंध आ रही थी को गवाहों के समक्ष जप्त कर कब्जा पुलिस मे लिया गया । आरोपी जगन्नाथ चन्द्राकर पिता स्व0 दौवा राम चन्द्राकार उम्र 57 वर्ष साकिन हाडाबंद थाना खल्लारी जिला महासमुंद का कृत्य अपराध धारा 36(C) आब. एक्ट का घटित करना पाये जाने से दिनांक 03/07/25 के 20.00 बजे विधिवत गिरफ्तार किया गया। मामला जमानतीय होने तथा सक्षम जमानतदार पेश करने पर से जमा.मुच. पर छोडा गया। हमराह स्टाफ व जप्तशुदा माल के थाना वापस आकर जप्तशुदा माल को माल मोहर्रीर को सुपूर्द कर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

महासमुंद/ साप्ताहिक बाजार ठेकेदार से जमीन विवाद को लेकर मारपीट गाली गलौच गुप्तांग पर हमला!

महासमुंद/ साप्ताहिक बाजार ठेकेदार से जमीन विवाद को लेकर मारपीट गाली गलौच गुप्तांग पर हमला!

 मैं ग्राम जगदल्ला ग्राम पंचायत भूरकोनी का रहने वाला हूं। कक्षा तीसरी तक पढा हूं। खेती किसानी एवं ग्राम भूरकोनी के साप्ताहिक बाजार का ठेका लिया हूं। जिसकी वसुली करता हूं। दिन बुधवार को भूरकोनी का साप्ताहिक बाजार लगता है दिनांक 02/07/2025 को साप्ताहिक बाजार की वसुली शाम करीबन 06/00 बजे भूरकोनी के पुष्कर लाल ठाकुर के मुर्गा दुकान के पास खडा था उसी समय हमारे गांव जगदल्ला के भुवन चक्रधारी पिता रामप्रसाद चक्रधारी , दुलेश चक्रधारी पिता रामप्रसाद चक्रधारी शराब भट्ठी की तरफ से आये और मुझे बोले सिगरेट पिलाओ तब मैं हेमराज ठाकुर के दुकान से 03 सिगरेट लिया तीनो लोग सिगरेट पिये तब वे दोनो भाई घर बंटवारा जो उनके पिता द्वारा मुझको दिया गया है उसी बात को लेकर ताना मारने लगे तब मैं बोला कि आप लोग गलत बोल रहे हो ‍कि दोनो भाई एक साथ राय होकर मेरे पिता के दिये घर में रह रहे हो और हम लोगो को गलत ठहरा रहे हो कहते हुये दोनो माँ बहन की अश्लील गाली गलौच देते हुए आज तुझे जान सहित मार देगे कहकर भुवन चक्रधारी मेरे अण्डकोष में लाथ से मारा एवं दुलेश चक्रधारी हाथ मुक्का से मेरे बांये आंख पास बांये पसली छाती पर मारने लगा और भुवन चक्रधारी द्वारा अपना चप्पल निकालकर मेरे सिर एवं चेहरा मैं मारने लगा तब मैं बचाओ बचाओ चिल्लाया तब पुष्कर लाल ठाकुर व उसका भाई हेमराज ठाकुर लडाई झगडा को शांत कराये नहीं तो भुवन और दुलेश मेरे को जान सहित मार डालते घटना को पुष्कर ठाकुर व हेमराज ठाकुर घटना को देखे सुने एवं बीच बचाव किये है। रिपोर्ट को पढवाकर देखा सुना मेरे बताये अनुसार लिखा गया है। रिपोर्ट करता हूं। कार्यवाही किया जावे। अप0 पंजी0 कर विवेचना में लिया गया। 13 कार्यवाही जो की गई उपरोक्त विवरण से धारा 296,115(2),351(2),3(5) BNS का प्रकरण संबंध्द कर विवेचना में लिया गया।

रायपुर : सांप डसे तो झाड़-फूंक में समय न गवाएं, तुरंत अस्पताल पहुंचे

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सर्पदंश से बचने स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी

बरसात का मौसम शुरू होते ही वातावरण में नमी और उमस बढ़ने तथा बारिश के पानी का सांप, बिच्छुओं व अन्य जंतुओं के बिलों में भर जाने के कारण ये सुरक्षित स्थान की तलाश में अक्सर बाहर आ जाते हैं। भोजन की खोज में ये घरों में घुस जाते हैं जिससे लोगों को इसके द्वारा काटे जाने का खतरा बढ़ जाता है। सर्पदंश जानलेवा भी हो जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादातर लोग सर्पदंश के मामले में चिकित्सा विज्ञान पर विश्वास नहीं करते और बैगा-गुनिया से झाड़-फूंक कराते हैं। सर्पदंश के शिकार लोग अंधविश्वास व अज्ञानता के कारण असमय काल-कवलित हो जाते हैं।

बेमेतरा जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा सर्पदंश की स्थिति में बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमृत रोहडेलकर ने बताया कि झाड़-फूंक से सर्पदंश से पीड़ित व्यक्ति की जान नहीं बचाई जा सकती है। अंधविश्वास के कारण ग्रामीण संर्पदंश के मामलों में झाड़-फूंक में समय नष्ट कर मरणासन्न स्थिति में पीड़ितों को चिकित्सालय लाते हैं जिस कारण पीड़ितों का जीवन बचाने में चिकित्सक भी असफल रहते हैं। उन्होंने बताया कि बेमेतरा के ग्रामीण क्षेत्रों में सर्पदंश के मामलों में बचाव के लिए जनसामान्य में जागरूकता लाने विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है। बेमेतरा जिला चिकित्सालय और विकासखण्ड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में सर्पदंश के निःशुल्क इलाज के लिए पर्याप्त मात्रा में दवाईयां (एण्टी स्नेक वेनम) उपलब्ध हैं।

जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक बंसोड़ ने सर्पदंश के प्रकरणों में कमी लाने और इससे बचाव के उपायों पर कहा कि अगर आप घर से बाहर जा रहे हैं और उस क्षेत्र में पर्याप्त रोशनी नहीं है, तो अपने साथ टार्च अवश्य रखें तथा जूते जरूर पहनें। घरों में प्रकाश की समुचित व्यवस्था बनाए रखें। घरों में कूड़े-करकट का ढेर लगाकर न रखें। शयन कक्ष में भोजन सामग्री, धान आदि न रखें, इससे वहां चूहे नहीं आएंगे। सर्पदंश की स्थिति में घबराएं नही, घबराने से हृदय गति बढ़ सकती है। सर्पदंश के शिकार व्यक्ति के लिए यह घातक साबित हो सकता है, क्योंकि इससे विष तेजी से पूरे शरीर में फैल सकता है।

सर्पदंश वाली जगह के उपरी हिस्से को कपड़ा या रस्सी से न बांधे। यह बेहद हानिकारक हो सकती है। सांप के काटने वाली जगह पर कुछ भी बांधने से उपचार के लिए हटाये जाने पर विष तेजी से फैल सकता है। सर्पदंश से प्रभावित अंग को हिलाए-डुलाएं नहीं। हिलाने-डुलाने से शरीर के अन्य अंगों में जहर तेजी से फैल सकता है। सर्पदंश वाली जगह के आसपास काटे और जलाएं नहीं। झोला छाप चिकित्सक या झाड़-फूंक करनेवालों के पास न जाएं। सांप के काटने का एकमात्र इलाज अस्पताल में दिया जाने वाला एंटीवेनम होता है। सर्पदंश की स्थिति में तुरंत नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र या जिला चिकित्सालय में चिकित्सक से परीक्षण व इलाज कराएं। बेमेतरा जिला प्रशासन ने सभी नागरिकों से आग्रह किया है कि वे सर्पदंश के मामले में तत्परतापूर्वक नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में निःशुल्क उपचार प्राप्त करें, जिससे सर्पदंश से असामयिक मृत्यु की रोकथाम हो सके। आपात स्थितियों में क्षेत्र के आर.एच.ओ. या मितानिन से संपर्क कर सर्पदंश से पीड़ित व्यक्ति को तत्काल नजदीक के अस्पताल पहुँचाएं।